रेलवे कैटरिंग में अभी भी 18% GST???, क्या रेलवे बोर्ड को यात्रिओ को लूटना सही लगता है? या लोगो की आँखों में धूल झोंकना पसंद है रेलवे को?
चुनाव की सरगर्मी से पहले जब लोगो में रोष पसरा हुआ था तब अरुण जेटली जी ने GST के सन्दर्भ में मीटिंग बुलाई और तय किया की होटल आदि में जहां खाद्य पदार्थ की बिक्री होती है उसमे GST 18% से 5% कर दिया जाये ....यह छूट चुनाव में वोटर को लुभाने के लिए बहुत अच्छी रही... डोमिनोज़, मैक डी, होटल आदि में जब GST 18% से 5 % आने के बाद कीमते कम नहीं हुई तो सरकारी महकमे के साथ...आम जनो में भी रोष व्याप्त हो गया था..और हो भी क्यों नहीं आखिर प्राइवेट है तब भी लोगो का हित सर्वोपरि है....और इसी वजह से सरकार को अपील करनी पड़ी की सभी फ़ूड कम्पनी को प्रोडक्ट के बड़े हुए दाम कम करके आम जन को राहत देनी चाहिए .... लेकिन जब बात रेलवे की आती है तो सरकार क्यों भूल जाती है की रेलवे से भी लोगो को हर जगह चुना लगाया जा रहा है ..या यु कह ले रेलवे की मोबाइल कैटरिंग में बिल नहीं दिया जाता ..अत:लोगो की आँखों में धूल झोंकना आसान है ... जी हा...ऐसा ही प्रतीत होता है रेलवे के रवैये से .... रेलवे की स्टैटिक कैटरिंग में 5% तो मोबाइल कैटरिंग में 18% GST क्यों? जी हा ,रेलवे के कमर्शियल सर्कुलर नंबर 79 दिनां