कहने को तो भारतीय औद्योगिक संस्थान ( IIT ) देश एवं हिमाचल का गौरव है यहाँ आई- भारतीय को दर्शाता है लेकिन इसी संस्थान में सरकार & विपक्ष की निष्क्रियता से इस आई को भारतीय से बदलकर आई- "मेरा" औद्योगिक संस्थान कर लिया अथार्त व्यक्ति विशेष का औद्योगिक संस्थान । जब ही यहाँ पर व्यक्ति विशेष की दया से ही नियम कायदे बनाये जा रहे है। "अपने है मौज में बाकि है खोज में" यह तकियाकलाम बिलकुल फ़ीट बैठता है यहाँ,आइये कुछ जानते है आई आई टी मंडी में शुरू से अपनों पर रहम बाकि पर सितम के कुछ नज़ारे और यह नज़ारे कुछ हिमाचल के गद्दारो को टुकड़ा डालकर किया जा रहा है और यह गद्दार हिमाचल के ही लोगो का नुकसान कर रहे है, जैसे झाँसी की रानी में हिमाचल की कंगना को धोखा दिया था झाँसी के ही उनके देवर ने- Ranga Billa को चापलूसी में सबसे ऊपर के अवार्ड से नवाजा जाये , अद्याय प्रथम - Year 2010 , एक महिला कर्मचारी को कॉन्ट्रैक्ट पर रखा जिसकी तन्खाव मात्र 8000/- रुपये मासिक थी लेकिन लगभग छ: महीनो बाद ही असीम कृपा से उनकी तन्खाव सीधे 16000/- रुपये मासिक बढ़कर 24000/- रुपये मासिक हो गयी उसके बा