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Showing posts from July, 2021

4 IITs, 6 IIITs, 5 NITs लम्बे समय से चल रहे बिना नियमित निर्देशक के, साथ ही 8 IITs में बोर्ड ऑफ़ गवर्नर का चैयरमेन भी नियुक्त नहीं

 18 महीनो से ज्यादा समय से खाली है आई आई टी मंडी एवं आई आई टी इंदौर में निर्देशक का पद तो दो ट्रीपल आई टी को है सालो से अपने नियमित निर्देशक का इंतजार. यूनियन मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान ने हाल ही लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में बताया था की पांच आई आई टी और एन आई टी संस्थानों में नियमित निर्देशक के पद खाली पड़े है साथ ही 29 बोर्ड ऑफ़ गवर्नर चैयरमेन के पद भी विभिन्न आई आई टी एवं एन आई टी में खाली पड़े है. इसी विषय में मेरी आर टी आई के संदर्भ में शिक्षा मंत्रालय द्वारा दिए गए उत्तर से पता चला है दो आई आई टी में 18 महीनो से अधिक तो 1 आई आई टी में 12 महीने से अधिक समय से नियमित निर्देशक का पद खाली है जबकि 1 ट्रिपल आई टी में वर्ष 2013-14 तो दूसरी ट्रिपल आई टी में वर्ष 2015-16 से ही निर्देशक का पद खाली चल रहा है. राष्ट्रीय स्तर के संस्थान में खाली पड़े इन पदों को भरने में शिक्षा मंत्रालय ने कोई खास रूचि नहीं रखी.हालाँकि यूनियन मिनिस्टर ने पांच आई आई टी में निर्देशक के पद खाली होने का जवाब लोकसभा में 19 जुलाई को दिया जबकि 13 जुलाई को मंत्रालय के द्वारा मुझे दिए गए उत्तर में चार आई आई टी में निर्द

आई आई टी मंडी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ भरत ने बनाया अनोखा रिकॉर्ड, साइटेशन स्कोर एक साल में गिरा औंधे मुँह, 6645 से रह गया मात्र 745

इंसान गलतियों का पुतला होता है और इंसान से गलती होना आम बात है, लेकिन समय रहते गलती को स्वीकार कर उसमे सुधार कर लेना ही एक महान इंसान की पहचान है. भले ही उस गलती को सुधार करने से उसकी इज्जत की धज्जिया उड़ जाये, वो हंसी का पात्र बन जाये लेकिन फिर भी उसका कद कही ऊँचा हो जाता है. हालाँकि कई बार गलती सुधारने के लिए ऊपर से दबाव भी डाला जाता है तब जाकर इंसान मन मानकर गलती सुधारता है.          आई आई टी मंडी तो शुरू से रिकॉर्ड बनाने में अव्वल रहा है. इसी में एक नाम और जुड़ गया डॉ भरत सिंह राजपुरोहित का.आई आई टी मंडी के तत्कालीन डीन फैकल्टी डॉ भरत सिंह राजपुरोहित ने अपने गूगल स्कॉलर में सुधार कर लिया है लेकिन पहले जो बड़ा चढ़ा कर जो डाटा बता रखा था और उससे जो फायदा उठाया उसके प्रायश्चित के बारे में क्या किया ? यह विचार योग्य है.आई आई टी मंडी को भी उनको प्रायश्चित करने का मौका देना चाहिए और उनके ऊपर संज्ञान लेना चाहिए. मुझे उम्मीद है इस बड़े हुए डाटा से जो भी फायदा उन्होंने उठाया उसको पूरी ईमानदारी से सूत समेत वापस लोटा देंगे डॉ साहब. गत वर्ष दुनिया की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी स्टेनफोर्ड ने अपने फिल्ड

कोरोना में वर्ष 2020 RTU से पास आउट हुए विद्यार्थियों को 1 साल बाद भी कॉशन मनी मिलने का इंतजार.

RTU प्रशासन ने दबा रखी है विद्यार्थियों की 43 लाख 84 हजार से ज्यादा की रकम.