क्यों निकलते है ये भर्ती का झूठा विज्ञापन ? अरे मत निकालो कोई आपको पूछने वाला नहीं है ..सब मस्त है सत्ता के नशे में, लोग अपने घरो में और विपक्ष आरोप प्रत्यरोप में...कर लो अपने अपने लोगो की भर्ती मन मर्जी से..कोई पूछने वाला नहीं ...ये इंटरव्यू, लिखित पेपर लेने का नाटक भी क्यों करते हो? आपके ही लोग है मिनिस्ट्री में की आंच नहीं आये आप पर..
साल हो गया लेकिन अब तक जाँच की एक किरण तक नहीं पहुंची ...
इस से लाचार हालत देश के और क्या होंगे जनाब की एक छोटी सी मंडी की पहाड़ियो से मुद्दा मुख्यम्नत्री के बाद दिल्ली की लोकसभा तक पहुँच गया और तब भी नमक हरामो के ऊपर कशिश की एक लकीर तक नहीं पहुंची...क्या देश में कोई सरकार है? या सिर्फ अब पार्टिया ही रह गयी ? मोदी जी आपके कहने पर भी आई आई टी मंडी ने इंटरव्यू लेना नहीं छोड़ा ...और सबसबे बड़ा हास्यास्प्रद है की आपकी ही राज्य और केंद्र में सरकार है ...और अभी भी आप पद पर आसीन है ...अब बताओ जब आपके कार्यकाल में ही आप लागु नहीं करवा पा रहे है तो सत्ता परिवर्तन पर क्या इज्जत रहेगी ?
हलाकि मन्त्रालय के चीफ सेक्रेटरी साहब को लगता है में बेवकूफ हु जो सिस्टम को नहीं समझता, प्रोसेस में समय लगता है साल क्या हो जाये यह तो प्रोसेस है चलता ही रहेगा।
वाकई अगर यह प्रोसेस है तो फिर तो कुछ नहीं होगा देश का क्योकि लगभग 1 लाख शिकायत दर्ज हुई है मंत्रालय में पिछले पांच सालो में ...सबसे दयनीय हालत हो गयी शिक्षा निति की लेकिन क्या फर्क पड़ता है किसको ...सब आंखे मुंड कर बैठे है..देश में सरकर तो कोई है नहीं. न ही विपक्ष है ..
हिमाचल की सरकार ने पल्ला छाड़ लिया गेंद को केंद्र के पाले में डालकर और केंद्र के मिनिस्टर साहब तो चुनाव करवाने में व्यस्त है रहा सवाल चीफ सेक्रेटरी साहब का तो वो प्रोसेस की खिचड़ी पकाने में बिजी है ..
तो भाइयो और बहिनो, मित्रो देश का चैकीदार चोर है यह कहने वाले भी कठघरे में खड़े है, नवंबर से रफाल रफाल चिल्लाने में बिजी है , हकीकत तो यह है ,बड़ा झूठ हम कैसे बोले, विपक्ष इस उधेड़बुन में बिजी है और चौकीदार साहब लोगो को बेवकूफ बनाने में बिजी है ..अब देश में शिकायतों पर कारवाही कौन करे ?
और फिर क्यों मुझे जैसे बेवकूफ लोग देश के लिए सब कुछ कुर्बान करने की सोचे ...हकीकत तो यह है की सिस्टम सड़ चूका है ...और आम जनता अपने नेताओ से सवाल जवाब करने के बजाय उनके गुणगान में लगी है ...देश से किसी को मतलब नहीं बस आंख बंद करके चमचागिरी में एवं अंधभक्ति में मरे जा रहे है लोग...
आई आई टी जैसे संस्थान खुले आम हर नियमो का उलंघन कर रहे है जाँच करने वाला कोई नहीं ....मुश्किल से में सामने आया सब मामला उजागर किया जबरदस्त मीडिया ट्रायल भी हुआ लकिन कमजोर विपक्ष एवं नकटी सरकारों के सामने यह मुद्दा बोना हो गया . खेर बाबूजी मौज मनाइये लेकिन कोर्ट के रस्ते खुले है ...सरकार साथ दे या न दे ...कोर्ट तो सुनेगा ही ...
आप लोग करिये अपनी मन मर्जी सरकार तो घमंड में चूर है और आंखे बंद है ...एक दिन आप सबको सबको भुगतना पड़ेगा कभी तो मेरे प्रयासों को सफलता मिलेगी ही तब देखता हु कौन किसको कैसे बचाता है....
धन्य हो भारत देश..भारत माता की जय बोलने वाले देशभक्त सिर्फ कागजो में ही सिमट गए ...चूरन बेचने वाले मंत्रालय संभालेंगे तो हाल यही होगा ।...
साल हो गया लेकिन अब तक जाँच की एक किरण तक नहीं पहुंची ...
इस से लाचार हालत देश के और क्या होंगे जनाब की एक छोटी सी मंडी की पहाड़ियो से मुद्दा मुख्यम्नत्री के बाद दिल्ली की लोकसभा तक पहुँच गया और तब भी नमक हरामो के ऊपर कशिश की एक लकीर तक नहीं पहुंची...क्या देश में कोई सरकार है? या सिर्फ अब पार्टिया ही रह गयी ? मोदी जी आपके कहने पर भी आई आई टी मंडी ने इंटरव्यू लेना नहीं छोड़ा ...और सबसबे बड़ा हास्यास्प्रद है की आपकी ही राज्य और केंद्र में सरकार है ...और अभी भी आप पद पर आसीन है ...अब बताओ जब आपके कार्यकाल में ही आप लागु नहीं करवा पा रहे है तो सत्ता परिवर्तन पर क्या इज्जत रहेगी ?
हलाकि मन्त्रालय के चीफ सेक्रेटरी साहब को लगता है में बेवकूफ हु जो सिस्टम को नहीं समझता, प्रोसेस में समय लगता है साल क्या हो जाये यह तो प्रोसेस है चलता ही रहेगा।
वाकई अगर यह प्रोसेस है तो फिर तो कुछ नहीं होगा देश का क्योकि लगभग 1 लाख शिकायत दर्ज हुई है मंत्रालय में पिछले पांच सालो में ...सबसे दयनीय हालत हो गयी शिक्षा निति की लेकिन क्या फर्क पड़ता है किसको ...सब आंखे मुंड कर बैठे है..देश में सरकर तो कोई है नहीं. न ही विपक्ष है ..
हिमाचल की सरकार ने पल्ला छाड़ लिया गेंद को केंद्र के पाले में डालकर और केंद्र के मिनिस्टर साहब तो चुनाव करवाने में व्यस्त है रहा सवाल चीफ सेक्रेटरी साहब का तो वो प्रोसेस की खिचड़ी पकाने में बिजी है ..
तो भाइयो और बहिनो, मित्रो देश का चैकीदार चोर है यह कहने वाले भी कठघरे में खड़े है, नवंबर से रफाल रफाल चिल्लाने में बिजी है , हकीकत तो यह है ,बड़ा झूठ हम कैसे बोले, विपक्ष इस उधेड़बुन में बिजी है और चौकीदार साहब लोगो को बेवकूफ बनाने में बिजी है ..अब देश में शिकायतों पर कारवाही कौन करे ?
और फिर क्यों मुझे जैसे बेवकूफ लोग देश के लिए सब कुछ कुर्बान करने की सोचे ...हकीकत तो यह है की सिस्टम सड़ चूका है ...और आम जनता अपने नेताओ से सवाल जवाब करने के बजाय उनके गुणगान में लगी है ...देश से किसी को मतलब नहीं बस आंख बंद करके चमचागिरी में एवं अंधभक्ति में मरे जा रहे है लोग...
आई आई टी जैसे संस्थान खुले आम हर नियमो का उलंघन कर रहे है जाँच करने वाला कोई नहीं ....मुश्किल से में सामने आया सब मामला उजागर किया जबरदस्त मीडिया ट्रायल भी हुआ लकिन कमजोर विपक्ष एवं नकटी सरकारों के सामने यह मुद्दा बोना हो गया . खेर बाबूजी मौज मनाइये लेकिन कोर्ट के रस्ते खुले है ...सरकार साथ दे या न दे ...कोर्ट तो सुनेगा ही ...
आप लोग करिये अपनी मन मर्जी सरकार तो घमंड में चूर है और आंखे बंद है ...एक दिन आप सबको सबको भुगतना पड़ेगा कभी तो मेरे प्रयासों को सफलता मिलेगी ही तब देखता हु कौन किसको कैसे बचाता है....
धन्य हो भारत देश..भारत माता की जय बोलने वाले देशभक्त सिर्फ कागजो में ही सिमट गए ...चूरन बेचने वाले मंत्रालय संभालेंगे तो हाल यही होगा ।...
Next in Line for recruitment is position of SE on 10th March 2019. Again, plan is to recruit same gentleman who was continued for six years through extended deputation!!
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