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चीन,पाकिस्तान से नहीं ..पहले घर के गद्दारो पर दिखाओ जोर .

चीन,पाकिस्तान से नहीं ..पहले घर के गद्दारो पर दिखाओ जोर ....
कश्मीर में मरते जवान हो या फिर राजस्थान में जाटो का ट्रैन ट्रक पर कब्ज़ा ..एक आम बात सी हो गयी हिंसा होना भारत जैसे शांति प्रिय देश में ..क्या आम इंसान जो ईमानदारी से चैन से जीना चाहता है उसके लिए सच में भारत सपनो का देश होता जा रहा है ...कभी आरक्षण के लिए उसकी बलि चढ़ती है तो कभी किसानो के नाम पर राजनीती करके..तो कभी उसको छला जाता है सरकार के द्वारा ,कभी विपक्ष के अड़ियल रवैये से....क्या हो गया मेरे सपनो के भारत को ....कभी एक मंत्री बलात्कारी को दस हजार रुपये कॅश एवं सिलाई मशीन देता है तो जानी मानी यूनिवर्सिटी के विधार्थी ,शिक्षक एक आतंकवादी की फांसी की बरसी मना रहे होते है...कभी ट्रिपल तलाक पर मुँह में दही ज़माने वाले लोग शनि मंदिर पर महिलाओ के अधिकारों पर सरकार के कपडे फाड् रहे  होते है ....

लेकिन अब एक नया युग आ गया ...बाबा-मौलवी युग ...इनके आगे सारी सरकार फ़ैल है ...भगवन से ज्यादा हर सरकार इनको मनाने में लगी रहती है ....चुनाव से पहले इनके दरबार में हाजिरी लगाना साँस लेने से भी जयदा जरुरी हो जाता है...और उसी का परिणाम आज हरयाणा में सबके सामने है, कुछ लोगे तो ...बहुत कुछ देना पड़ेगा महाराज ..लेकिन कुछ लिए बिना कुर्सी भी नहीं मिलती ..कुर्सी तो पांच साल के लिए मिल गयी यह घटना तो दस दिन में भूल जायेंगे लोग...और बाबा से तो अंदर से सेटिंग कर ही लेंगे .....आज हरयाणा में सरकार का जो रवैया रहा वो धिक्कार के लायक है जब कोर्ट ने पहले से धारा 144 लगा दी एवं सरकार को बार-बार आगाह किया तबै भी सरकार के हाथ ,पांव एवं मुँह क्यों बंधे रहे? ...क्यों करते हो ऐसी डील की सही इंसान ही बंधक बन जाये ...आज तो बस यह बताया की यह बलात्कारी है ..अभी तो सजा का ऐलान बाकि है ...पता नहीं 28 अगस्त को क्या कहर बरसेगा मेरे भारत की धरती पर.... के पता सरकार फिर से सो जाये ....


इसमें कोई शक नहीं की हरयाणा सरकार बिल्कलु फ़ैल सरकार है ..चाहे बात राम रहीम की हो या हो राम पल की ..या फिर जाट आंदोलन ...हर बार मुसीबत का पहाड़ तो आम इंसान पर ही टूटता है ...
देश की हालत आज इस तरह हो गयी की एक सो पच्चीस करोड़ जनसख्या वाले देश में आज भी सरकार से ज़्यदा बाबा ,मौलवी का राज हो गया .....देश के बाहर दुश्मनो से निपटने का ख्वाब तो बाद में देखना पहले इन चंद गद्दारो से निपटने में आप लोगो की जान निकल गयी साहब  ...अब जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई करेगा आम इंसान टैक्स देकर ....थोड़े दिनों बाद इन गिरफ्तारी में से छुटपन लोग जेल जायेंगे बड़े लीडर ....बाबाजी की बूटी खाकर बाहर आ जायेंगे ....और नहीं तो फिर से एक और आंदोलन ...
कब तक चलेगा ऐसा ....एक बात की तसल्ली तो है मोदी सरकार कारवाही से डर तो नहीं रहे वरना अभी तक सिर्फ छोटे लोगो पर ही कारवाही होती थी ....बड़ी मछली तो गिनती की ही पकड़ाई में आयी थी....
लेकिन बड़ी मछली पकड़ने से पहले से जो छटपटाहट होती है उससे बचने का उपाय क्यों नहीं ढूंढते आप ..कही भारत में अब यह ट्रेंड सेट न हो जाये की ...जो भी मांग करनी हो ,,तोड़ फोड़ ....आगजनी कर दे ..सरकार अपने आप झुक जाएगी ......गया वो समय जब अहिंसा के दम पर आंदोलन किये जाते थे ...अब तो चोरी करके आँख दिखाओ वाला समय है ...और धिक्कार है उन चमचो पर जो अंध भक्त बने हुए है मौलवी ..बाबाओ के ...कौन है आज की इन तीस मौतों का जिम्मेदार ? कौन है जाट आंदोलन के समय हुई महिलाओ की आबरू नीलम करने का जिम्मेदार ? कौन है राम पल के समय हुई हिंसाओं  में मौत का जिम्मेदार ....
सरकार ...आम इंसान ...या हमारा अन्धविश्वास ?
जवाब जरूर देना जिस किसी के पास हो ...बाकि अब पता नहीं कौनसा बाबा पकड़ाए में आये..बस ये निश्चित है देश के बाहर की नहीं पहले देश के अंदर की सफाई करो अच्छे से ...मजबूत इच्छाशक्ति के साथ....
जय हिन्द जय भारती

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