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आई आई टी मंडी के अधिकारी ने पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद आई आई टी में कार्यरत होते हुए की दसवीं कक्षा पास


यु तो आई आई टी नई-नई शोध के लिए जाना जाता है. यहाँ विद्यार्थी एवं शिक्षक गण शोध करके नई पद्दति के बारे में देश एवं लोगो को अवगत कराते है लेकिन, आई आई टी मंडी के एक अधिकारी ने अपनी एजुकेशन से अब सबको हेरत में डाल दिया है । यु तो भारत में सामान्यत: लोग दसवीं, बारवी, ग्रेजुएशन एवं फिर पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई करते है, लेकिन आई आई टी मंडी में जूनियर सुपरिंटेंडेंट के पद पर कार्यरत श्रीमान पविन एस सैमुअल ने पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने के बाद दसवीं की परीक्षा पास करके भारत की शिक्षा नीति में एक नया उदाहरण  पेश किया है, साथ ही आई आई टी प्रशासन के स्टाफ की शिक्षा संबंधी गुणवत्ता के ऊपर भी कई सवाल खड़े कर दिए है और देश के बच्चो को बता दिया की, अब स्कूल एवं कॉलेज की मोटी फीस एवं रेगुलर पढ़ाई से आजादी मिल चुकी है । श्रीमान पविन सैमुअल शायद आई आई टी मंडी में विद्यार्थियों, शिक्षकगण,स्टाफ में एक मात्र पहले और आखिरी व्यक्ति होंगे जिन्होंने कभी दसवीं एवं बारवी कक्षा के लिए स्कूल का मुँह नहीं देखा,उससे पहले का में कह नहीं सकता कि उससे पहले कभी स्कूल गए थे या नहीं , स्कूल में 12 वीं तक की पढ़ाई में जहां आप और हम जैसे आम लोग अपने 18 साल खराब कर देते है वही इन्होने इन सालो को सहज कर रखा। ओर तो ओर कॉलेज शिक्षा से भी इनकी लड़ाई रही एवं कॉलेज के रेगुलर कोर्स में भी कभी नहीं गए , मतलब कहा जा सकता है स्कूल ओर कॉलेज की बात करे तो पहली बार इन्होने आई आई टी मंडी में ही किसी प्रकार की रेगुलर क्लास  देखि होगी। 
इनकी शिक्षा सबसे पहले ग्रेजुएशन इग्नू से (ओपन कोर्स ) उसके बाद पोस्ट ग्रेजुएशन महर्षि दयानद यूनिवर्सिटी दूरस्थ शिक्षा से एवं उसके बाद दसवीं ओपन स्कूल से हुई है। मैं, आई आई टी मंडी के उन अधिकारियो को भी दाद देता हु जो इतने टैलेंटेड व्यक्तित्व को ढूंढ कर लाये ओर नौकरी पर रखा । जिस व्यक्ति ने कभी अपने जीवन में रेगुलर शिक्षा का अनुभव नहीं लिया आज वो भारत के राष्ट्रीय संस्थान में जूनियर सुपरिन्टेन्डेन्ट के पद पर कार्यरत है, यह हम सब( जो आई आई टी मंडी से जुड़े है ) के लिए गौरवशाली पल है,आप गर्व से अपने परिचितों मे इस तरह का उदहारण देकर आई आई टी मंडी की गुणवत्ता की तारीफ कर सकते है । इतने टैलंटेड व्यक्ति को आई आई टी मंडी ने रखा यह हर उस इंसान के लिए सौभाग्य की बात है जो आई आई टी मंडी से किसी भी तरह जुड़ा हुआ है । ऐसे महान व्यक्ति को ढूंढ कर लाने वालो को भी 1000 तोपों को सलामी तो बनती है । वैसे हर विद्यार्थी जो PG कोर्स में अध्यनरत है उनकी ग्रेजुएशन के साथ-साथ दसवीं, बारवी की मार्कशीट भी आई आई टी मंडी ने मांगी होंगी , हर कर्मचारी से उसके दसवीं एवं बारवी की मार्कशीट रिकॉर्ड में मांगी होगी लेकिन पविन भाईसाहब के केस में यह मांगने वाली आदत आई आई टी मंडी के उच्च अधिकारियो ने बुरी मान कर आंख बंद कर ली होगी।  



दरअसल मेने सुचना के अधिकार के तहत एक आप्लिकेशन दायर की थी, दायर की एप्लीकेशन में पविन एस सैमुअल की दसवीं , बारवीं, ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन किस वर्ष में एवं किस विद्यालय/विश्विद्यालय से की गयी शिक्षा सम्बंधी जानकारी मांगी थी। दायर याचिका के जवाब में आई आई टी ने पविन सैमुअल के  शिक्षा संबधी  दस्तावेज की कॉपी मुझको मुहैया करवाई  । प्राप्त दस्तावेजों से पता चला की पविन सैमुअल ने वर्ष 2007 में इग्नू से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की, इग्नू में दाखिला लेने के लिए पविन भाई ने इग्नू से 6 महीने का BPP कोर्स किया यह कोर्स इग्नू के बी.ए/बी.कॉम ग्रेजुएशन प्रोग्राम के प्रथम वर्ष में दाखिले के लिए उन विद्यार्थियों के लिए जरुरी होता है जिन्होंने दसवीं या बारवी पास नहीं कर रखी हो। यह कोर्स किसी भी रूप में दसवीं के समकक्ष नहीं माना जाता । 
उसके बाद पवन सैमुअल ने वर्ष 2012 में महर्षि दयानन्द यूनिवर्सिटी, रोहतक से एम्.बी.ए का कोर्स किया । पविन के एम्.बी.ए कोर्स से जुड़े दस्तावेजों में भी हैरानी की बात है की पविन का परीक्षा परिणाम 08 जनवरी 2015 को जारी हुआ एवं उसके मार्क कार्ड जारी होने की दिनांक 31 जनवरी 2015 रही जबकि पविन का एम्.बी.ए का  प्रोविजनल सर्टिफकेट नवंबर 2014 में ही जारी हो चूका था। पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद पविन सैमुअल ने अक्टूबर 2015 में नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ ओपन स्कूलिंग से दसवीं की परीक्षा पास की । श्रीमान पविन भाई ने जब दसवीं की परीक्षा पास की वो दो साल से ज्यादा का समय As a Employee आई आई टी मंडी मे गुजार चुके थे । उन्होंने जॉब के साथ-साथ कठिन परिश्रम करके अपनी दसवीं की परीक्षा पास की । जबकि बारवी कक्षा उत्तरीन के बारे में अभी तक कोई भी जवाब स्पष्ट नहीं है।

 पविन सैमुअल 1 जनवरी 2013 से आई आई टी मंडी में कार्यरत है, इससे पहले उनके पिताजी एस सैमुअल आई आई टी मंडी में सितम्बर 2012 तक अधिकारी के पद पर कार्यरत थे एवं उनकी पत्नी भी आई आई टी मंडी में ही रिसर्च स्कॉलर है,ओर हम आम-पपीते लोग  पूरी उम्मीद करते है ,उनकी होने वाली संतान भी आई आई टी मंडी मे ही पढ़ाई एवं जॉब करेगी। 
यह ब्लॉग आपको केसा लगा , जरूर बताइयेगा मुझे मैसेज करके, ओर एक बात मे आपको क्लियर कर दू श्रीमान पविन सैमुअल एक अच्छे व्यक्ति है, उनका आई आई टी मंडी मे कार्य कबीले तारीफ है वो अच्छे से जिम्मेदारी का वहन करते है,ऐसा सब लोग कहते है, मे उनके बारे मे ज्यादा नहीं जानता.
यह ब्लॉग जो कागज मुझे सुचना के अधिकार के तहत हासिल हुए है उसके आधार पर लिखा गया है     । 

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